Home Loan EMI : साल 2025 की शुरुआत में लोगों के लिए अच्छी खबर आई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने फरवरी 2025 की मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट में 0.25% की कमी की है। इसका मतलब है कि अब होम लोन की EMI कम होगी और आपके बजट में थोड़ी राहत मिलेगी।
इस कटौती से उन लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा जो पहले से होम लोन चुका रहे हैं या नया लोन लेने की सोच रहे हैं।2021 के बाद पहली बार RBI ने ब्याज दरें घटाई हैं। रेपो रेट 6.5% से घटकर 6.25% हो गई है।
रेपो रेट दरअसल वो दर है जिस पर बैंक RBI से पैसे उधार लेते हैं। जब ये दर घटती है, तो बैंकों के लिए पैसे सस्ते हो जाते हैं, और वो फायदा आम लोगों तक पहुंचाते हैं – यानि सस्ते लोन मिलते हैं।
पिछले कुछ सालों में ब्याज दरें काफी बढ़ी थीं। मई 2022 से फरवरी 2023 तक RBI ने रेपो रेट को 4% से बढ़ाकर 6.5% कर दिया था, जिससे लोन की EMI भी आसमान छूने लगी थी। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। RBI ने इशारा दिया है कि आगे और भी कटौती हो सकती है क्योंकि महंगाई काबू में है और अब फोकस है आर्थिक ग्रोथ पर।
अभी अधिकांश बैंकों में होम लोन की ब्याज दरें 8.5% से 9.5% के बीच हैं। नई कटौती के बाद ये दरें 7.75% से 8.75% तक कम हो सकती हैं। महिलाओं, सरकारी कर्मचारियों या अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को और भी सस्ती दरें मिल सकती हैं।
EMI में कटौती का असर आप इस तरह समझ सकते हैं – अगर आपने ₹50 लाख का लोन 20 साल के लिए लिया है, तो पहले EMI करीब ₹44,986 थी। अब वही EMI घटकर ₹42,248 हो जाएगी। यानी हर महीने ₹2,700 से ज़्यादा की बचत। 20 साल में ये बचत ₹6.5 लाख से भी ज्यादा होगी।
इतनी बड़ी राहत सिर्फ EMI तक सीमित नहीं है। इससे लोग अपनी बचत को निवेश कर सकते हैं, लोन जल्दी चुका सकते हैं, या परिवार की दूसरी ज़रूरतों पर खर्च कर सकते हैं। सबसे बड़ी बात – आर्थिक तनाव थोड़ा कम होगा।
रियल एस्टेट सेक्टर पर इसका पॉज़िटिव असर देखने को मिलेगा। जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो घर खरीदने की डिमांड बढ़ती है। इससे कंस्ट्रक्शन सेक्टर में तेजी आती है, नई नौकरियां बनती हैं और बाकी इंडस्ट्रीज जैसे सीमेंट, स्टील, फर्नीचर आदि में भी रौनक लौटती है।
मध्यम वर्ग के लिए यह समय होम लोन लेने का सबसे बढ़िया मौका है। ब्याज दरें कम हैं, प्रॉपर्टी की कीमतें स्थिर हैं और सरकार की योजनाएं जैसे PMAY भी साथ हैं।
अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो बस ध्यान रखें कि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो, EMI आपकी आय के 40-45% से ज़्यादा न हो और लोन लेते समय सभी शर्तें अच्छे से पढ़ लें।