PM Silai Machine Yojana : अगर आप या आपके घर की कोई महिला सिलाई-कढ़ाई में थोड़ी भी रुचि रखती हैं, तो ये सरकारी योजना ज़िंदगी बदल सकती है। भारत सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सिलाई मशीन योजना की शुरुआत की है।
इस योजना के तहत महिलाओं को न सिर्फ फ्री में सिलाई की ट्रेनिंग दी जा रही है, बल्कि सिलाई मशीन खरीदने के लिए सीधा ₹15,000 का आर्थिक सहयोग भी दिया जा रहा है। और हां, ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 का भत्ता भी मिलेगा!
क्या है इस योजना का मकसद?
इस योजना का सीधा-सादा मकसद है – महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें खुद का रोजगार शुरू करने में मदद करना। सरकार चाहती है कि महिलाएं अपने पारंपरिक हुनर यानी सिलाई-कढ़ाई को कमाई का ज़रिया बनाएं। इसके जरिए महिलाएं खुद के लिए और अपने परिवार के लिए एक स्थिर आय खड़ी कर सकती हैं।
₹15,000 की सीधी मदद + फ्री ट्रेनिंग
इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को सिलाई मशीन खरीदने के लिए ₹15,000 की राशि उनके बैंक अकाउंट में सीधे भेजती है। यानी किसी भी दलाल या एजेंट का कोई चक्कर नहीं! साथ ही उन्हें पूरी तरह से फ्री में सिलाई की ट्रेनिंग दी जाती है – जिसमें डिज़ाइनिंग, कटिंग, फिनिशिंग सब सिखाया जाएगा। इतना ही नहीं, ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 का भत्ता भी मिलेगा ताकि महिलाएं बिना किसी टेंशन के स्किल सीख सकें।
किन्हें मिलेगा फायदा?
इस योजना का लाभ वही महिलाएं उठा सकती हैं जिनकी उम्र 20 से 40 साल के बीच है और परिवार की सालाना कमाई ₹2 लाख से कम हो। खासतौर पर विधवा महिलाएं और दिव्यांग महिलाएं इस योजना की प्राथमिकता में हैं। और हां, आवेदन करने वाली महिला को भारत की नागरिक होना जरूरी है।
कैसे करें आवेदन?
अगर आप इस योजना का फायदा उठाना चाहती हैं, तो आवेदन प्रक्रिया काफी आसान है। आप चाहें तो योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकती हैं, या फिर नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) से ऑफलाइन आवेदन भी कर सकती हैं। साथ में जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे आधार कार्ड, फोटो, बैंक डिटेल्स, आय प्रमाण पत्र और अगर विधवा/दिव्यांग हैं तो उसका प्रमाण पत्र भी लगाना होगा।
आवेदन की अंतिम तारीख?
इस योजना की अवधि 5 साल की है, यानी 2027-28 तक चलेगी। आवेदन की आखिरी तारीख है – 31 मार्च 2028। मतलब आपके पास अभी काफी वक्त है, लेकिन जितना जल्दी अप्लाई करेंगे, उतना जल्दी फायदा मिलेगा।
क्यों खास है ये योजना?
ये योजना सिर्फ पैसे या मशीन तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे महिलाओं को समाज में एक मजबूत पहचान भी मिलती है। जब एक महिला खुद कमा पाती है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और परिवार भी मजबूती से खड़ा होता है। यही असली बदलाव है – आत्मनिर्भर भारत की तरफ एक और मजबूत कदम।