Bank New Rules : अगर आप ATM से पैसे निकालते हैं, EMI भरते हैं, चेक इस्तेमाल करते हैं या UPI से पेमेंट करते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है।
15 मई 2025 से देशभर के बैंकों में 6 बड़े नियम बदलने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आपकी रोजमर्रा की फाइनेंशियल लाइफ पर पड़ेगा।
RBI और बैंकों की नई गाइडलाइंस का मकसद बैंकिंग को ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है, लेकिन कुछ नियम आपकी जेब पर बोझ भी बढ़ा सकते हैं।
1. ATM से पैसे निकालना अब महंगा
अब अगर आप ATM से तय फ्री लिमिट से ज्यादा बार पैसे निकालते हैं, तो हर ट्रांजैक्शन पर आपको ₹23 + टैक्स देना होगा। पहले यह चार्ज ₹21 था।
- मेट्रो शहरों में: 3 फ्री ट्रांजैक्शन
- नॉन-मेट्रो शहरों में: 5 फ्री ट्रांजैक्शन
- इसके बाद हर बार चार्ज लगेगा – चाहे आप पैसे निकालें या सिर्फ बैलेंस चेक करें।
यह नियम सभी बैंकों के ATM और Cash Recycler Machines (CRM) पर लागू होगा।
2. EMI या चेक पेमेंट में लापरवाही भारी पड़ेगी
अब बार-बार चेक बाउंस करने पर आपका अकाउंट ब्लैकलिस्ट हो सकता है।
- ₹10,000 से ऊपर के चेक बाउंस होने पर FIR, कोर्ट केस और भारी जुर्माना लग सकता है।
- अगर आप EMI चुकाने में चूकते हैं, तो तुरंत अलर्ट (SMS, कॉल, ईमेल) भेजा जाएगा और आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर इसका असर पड़ेगा।
- बार-बार डिफॉल्ट करने पर लोन बंद, अकाउंट फ्रीज और पेनल्टी भी लगेगी।
3. UPI से पेमेंट के लिए अब जरूरी है मोबाइल नंबर वेरिफाई करना
अब बैंकों और UPI ऐप्स को हर हफ्ते मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन करना होगा।
- बिना आपकी एक्सप्लिसिट कंसेंट (जवाबदेही मंजूरी) के UPI नंबर लिंक नहीं किया जाएगा।
- अगर मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है, तो UPI पेमेंट फेल हो सकती है।
इससे फ्रॉड और फर्जी ट्रांजैक्शन पर रोक लगेगी।
4. माइक्रोफाइनेंस लोन पर लिमिट
अब कोई भी व्यक्ति एक साथ 3 से ज्यादा माइक्रोफाइनेंस लोन नहीं ले सकेगा।
- इससे ओवर-बोरोइंग और लोन डिफॉल्ट के खतरे को कम किया जाएगा।
- ये नियम SRO (Self-Regulatory Organization) के तहत लागू होंगे।
5. को-ऑपरेटिव बैंकों पर RBI की सख्त नजर
अब अगर कोई को-ऑपरेटिव बैंक लगातार घाटे में जाता है या NPA (बुरा कर्ज) 6% से ऊपर हो जाता है, तो RBI उस पर Prompt Corrective Action (PCA) लागू करेगा।
- लगातार दो साल घाटे में रहने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- इससे ग्राहकों के पैसे ज्यादा सुरक्षित रहेंगे।
क्या असर पड़ेगा आपकी जेब पर?
- ATM से बार-बार पैसे निकालना अब महंगा होगा।
- EMI चूक या चेक बाउंस पर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो सकती है।
- UPI पेमेंट फेल होने से बचने के लिए मोबाइल नंबर अपडेट रखें।
- माइक्रोफाइनेंस लोन लेने से पहले अपनी लिमिट जांच लें।
- को-ऑपरेटिव बैंक में अकाउंट है तो बैंक की हालत पर नजर रखें।
15 मई 2025 से लागू हो रहे ये नए बैंकिंग नियम आपकी बैंकिंग आदतों और फाइनेंशियल डिसीजन को प्रभावित करेंगे। समय पर पेमेंट करें, मोबाइल नंबर अपडेट रखें और ATM इस्तेमाल सोच-समझकर करें, ताकि किसी परेशानी से बचा जा सके।