Minimum Balance Limit : अगर आपके पास सेविंग अकाउंट है और आप ये सोचकर बैठे हैं कि खाता खुल गया तो अब कोई झंझट नहीं, तो ज़रा रुकिए! कई बैंक ऐसे हैं जो आपके खाते में मिनिमम बैलेंस ना होने पर सीधे फाइन लगा देते हैं। यानी अगर आप तय रकम से कम बैलेंस रखते हैं, तो हर महीने आपकी जेब पर सीधा असर पड़ सकता है।
अब सवाल ये है – आखिर कितना बैलेंस रखना जरूरी है? आइए जानते हैं देश के चार बड़े बैंकों – SBI, PNB, HDFC और ICICI – के नियम।
SBI के मिनिमम बैलेंस नियम
SBI ने ग्राहकों के लोकेशन के हिसाब से तीन कैटेगरी बनाई है:
- मेट्रो शहरों में: कम से कम ₹3000
- छोटे शहरों/टाउन में: ₹2000
- गांव की ब्रांच में: सिर्फ ₹1000
अगर आप इससे कम बैलेंस रखते हैं, तो हर महीने पेनल्टी लग सकती है। तो अगर आपका अकाउंट SBI में है, तो इस लिमिट को ध्यान में जरूर रखें।
PNB में कितना रखना होगा मिनिमम बैलेंस?
PNB भी ग्राहकों को लोकेशन के हिसाब से मिनिमम बैलेंस बनाए रखने के लिए कहता है:
- शहरी क्षेत्रों में: ₹2000
- ग्रामीण इलाकों में: ₹1000
अगर यह लिमिट मेंटेन नहीं की जाती, तो बैंक फाइन काट सकता है, और वो आपके खाते से ही कट जाएगा।
HDFC Bank के ग्राहक ध्यान दें!
HDFC अपने ग्राहकों से थोड़ा ज्यादा बैलेंस रखने की उम्मीद करता है:
- मेट्रो और बड़े शहरों में: ₹10,000
- छोटे शहरों/सेमी-अर्बन एरिया में: ₹5000
- ग्रामीण क्षेत्र में: ₹2500 तक
अगर आपका बैलेंस इस लिमिट से नीचे चला गया, तो बैंक हर महीने फाइन काट सकता है।
ICICI Bank के मिनिमम बैलेंस रूल्स
ICICI का नियम HDFC से काफी मिलता-जुलता है:
- मेट्रो शहरों में: ₹10,000
- सेमी-अर्बन एरिया में: ₹2500 से ₹5000
- रूरल ब्रांच में: ₹1000
यहां भी नियम तोड़ने पर सीधा फाइन कटेगा।
अगर नहीं रखा मिनिमम बैलेंस तो क्या होगा?
अगर आपने मिनिमम बैलेंस नहीं रखा तो:
- हर महीने ₹50 से ₹600 तक का फाइन लग सकता है
- लगातार पेनल्टी कटने से खाता ज़ीरो या बंद भी हो सकता है
- कुछ बैंकों में एसएमएस, एटीएम और डेबिट कार्ड सर्विस पर भी असर पड़ सकता है
तो अगर आप भी सोचते हैं कि थोड़ा कम बैलेंस से काम चल जाएगा, तो हो जाइए सावधान! क्योंकि ये छोटी सी गलती आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है।