Retirement Age Hike : सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। राज्य सरकार जल्द ही कई बड़े फैसले लेने जा रही है, जिससे कर्मचारियों को सीधा फायदा मिलेगा।
सरकार न सिर्फ तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता देने जा रही है, बल्कि 70 से 75 साल के पेंशनर्स को बकाया एरियर भी देने की तैयारी में है। यही नहीं, अब कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र भी बढ़ाई जा सकती है।
प्रदेश सरकार की वित्तीय स्थिति को देखते हुए संसाधन जुटाने की कवायद के तहत सरकार ने कुछ अहम कदम उठाने का फैसला लिया है। मंत्रिमंडल की उप समिति ने सुझाव दिया है कि कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु को 58 से बढ़ाकर 59 साल कर दिया जाए। इससे न सिर्फ सरकार को तत्काल रिक्त पदों को भरने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि वित्तीय बोझ में भी कमी आएगी।
यह फैसला 5 मई को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की अध्यक्षता में होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जा सकता है। बैठक में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी, जिसमें कई बड़े सुझाव शामिल हैं।
सबसे अहम बात यह है कि अब 25 साल की सरकारी सेवा पूरी करने के बाद ही कर्मचारियों को पूरी पेंशन दी जाएगी, ठीक वैसे ही जैसे पंजाब में होता है। इससे पहले सिर्फ रिटायरमेंट की उम्र पूरी होने पर पेंशन मिलती थी, लेकिन अब सेवा की अवधि को भी एक शर्त के रूप में जोड़ा जा सकता है।
रिपोर्ट में तीन प्रमुख विकल्प सुझाए गए हैं:
रिटायरमेंट की उम्र एक साल बढ़ाना : इससे सरकार को एक साल तक रिटायरमेंट से होने वाली खाली पदों पर भर्ती से राहत मिलेगी और पेंशन का तत्काल बोझ नहीं पड़ेगा।
पेंशन कॉम्यूटेशन बंद करना : अभी तक रिटायरमेंट के समय कर्मचारी अपनी पेंशन का एक हिस्सा एक साथ ले सकते थे, लेकिन अब इसे बंद करने की सिफारिश की गई है। इससे सरकार पर वित्तीय दबाव कम होगा।
25 साल सेवा के बाद पूरी पेंशन : अब तक पेंशन का अधिकार उम्र के आधार पर तय होता था, लेकिन अब सेवा अवधि को प्राथमिकता दी जाएगी।
वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में की गई घोषणाओं पर भी इस बैठक में मुहर लग सकती है। कर्मचारियों को तीन प्रतिशत महंगाई भत्ते की घोषणा पहले ही हो चुकी है और अब इसके लागू होने का रास्ता साफ हो सकता है। साथ ही 70 से 75 वर्ष के पेंशनर्स को बकाया एरियर देने का भी निर्णय हो सकता है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सरकारी कर्मचारियों के लिए यह खबर किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। जहां एक तरफ उन्हें महंगाई भत्ते और एरियर का फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर एक साल की अतिरिक्त नौकरी और पेंशन सुधारों से भी लाभ मिल सकता है। अब सबकी निगाहें 5 मई की बैठक पर टिकी हैं।